क्या होता है कोलेस्ट्रोल -
ज़्यादा वज़न और मोटापे से खराब कोलेस्ट्रोल (एलडीएल) बढ़ने और अच्छे कोलेस्ट्रोल (एचडीएल) के कम होने की प्रवृत्ति होती है. बढ़ती उम्र के साथ भी एलडीएल कोलेस्ट्रोल बढ़ता है। कुछ लोगों में आनुवंशिकता भी अपनी भूमिका निभा सकती है. कोलेस्ट्रोल (cholesterol) खून में पाया जाने वाला मोम जैसा पदार्थ है. स्वस्थ कोशिकाओं के निर्माण के लिए शरीर को इसकी आवश्यकता होती है, लेकिन इसकी ज़्यादा मात्रा से ह्रदय रोग (Heart diseases) का खतरा बढ़ जाता है. कोलेस्ट्रोल की उच्च मात्रा से रक्त वाहिकाओं में चरबीदार पदार्थ जमा हो जाते है. जो कई बार बढ़ते जाते हैं और इस कारण ह्रदय धमनियों से पर्याप्त मात्रा में खून का बहना मुश्किल हो जाता है. कभी कभी इस जमा पदार्थ के अचानक टूटने से एक थक्का तैयार हो सकता है, जिससे दिल का दौरा या स्ट्रोक आ सकता है.
कोलेस्ट्रोल कम करने के घरेलू उपाय (Home Remedies for Cholesterol in Hindi)
आम तौर पर कोलेस्ट्रॉल कम करने के लिए लोग पहले घरेलू नुस्खें आजमाते हैं। चलिये जानते हैं कि ऐसे कौन-कौन-से घरेलू उपाय हैं जो कोलेस्ट्रॉल को कम करने में सहायता करते हैं-
अखरोट (Walnut )-
अखरोट एनर्जी का भंडार है। रोजाना चार अखरोट खाने से हमारे शरीर को तुरन्त एनर्जी मिलती है साथ ही इसमें कैल्शियम, मैग्नीशियम, ओमेगा-3, फाइबर, कॉपर और फॉस्फोरस जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं। रोजाना सुबह चार अखरोट खाने से रक्तवाहनियों में जमा कोलेस्ट्रॉल पिघलने लगता है और यह आपके बैड कोलेस्ट्रॉल को वापस यकृत तक भेजने में बहुत मददगार होता है इसलिए रोजाना चार अखरोट खाने की आदत डालिये।
लहसुन (Garlic)-
लहसुन में कुछ ऐसे एंजाइम्स पाए जाते हैं, जो एलडीएल कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मददगार साबित होते हैं। वैज्ञानिकों द्वारा किए गए शोध के अनुसार लहसुन के नियमित सेवन से एलडीएल कोलेस्ट्रॉल का स्तर 9 से 15 प्रतिशत तक घट सकता है। इसके अलावा यह हाई ब्लडप्रेशर को भी नियंत्रित करता है। अगर कोलेस्ट्रॉल कम करने के घरेलू उपायों की बात की जाए तो रोजाना लहसुन की दो कलियां छीलकर खाना सबसे अच्छा घरेलू इलाज है।
सोयाबीन (Soya Beans) -
सोयाबीन, दालें और अंकुरित अनाज खून में मौजूद एलडीएल कोलेस्ट्रॉल को बाहर निकालने में लिवर की मदद करते हैं। ये चीजें अच्छे कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाने में भी सहायक होती हैं।
नींबू (Lemon) -
नींबू सहित सभी खट्टे फलों में कुछ ऐसे घुलनशील फाइबर पाए जाते हैं, जो खाने की थैली में ही बैड कोलेस्ट्रॉल को रक्त प्रवाह में जाने से रोक देते हैं। ऐसे फलों में मौजूद विटामिन-सी रक्तवाहिका नलियों की सफाई करता है। इस तरह बैड कोलेस्ट्रॉल पाचन तंत्र के जरिये शरीर से बाहर निकल जाता है। खट्टे फलों में ऐसे एंजाइम्स पाए जाते हैं, जो मेटाबॉलिज्म की प्रक्रिया तेज करके बढे हुए कोलेस्ट्रॉल को घटाने में मदद करते हैं।
ऑलिव ऑयल (Olive oil) -
इसमें मौजूद मोनो अनसैचुरेटेड फैट कोलेस्ट्रॉल के स्तर को स्थिर रखने में सहायक होता है। यह ऑर्टरी की दीवारों को मजबूत बनाता है। इससे हृदय रोग की आशंका कम हो जाती है। यह हाई ब्लडप्रेशर और शुगर लेवल को भी नियंत्रित रखता है। रिसर्च से यह प्रमाणित हो चुका है कि अगर छह सप्ताह तक लगातार ऑलिव ऑयल में बना खाना खाया जाये तो इससे कोलेस्ट्रॉल के स्तर में 8 प्रतिशत तक कमी आ सकती है। अगर आपको कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के लक्षण (Cholesterol ke lakshan) नजर आते हैं तो सीमित मात्रा में ऑलिव ऑयल का सेवन शुरू कर दें.
अलसी के बीज (Flaxseed) -
अलसी के बीज भी बढ़ते कोलेस्ट्रॉल को कम करने में बहुत लाभदायक होते है। आप अलसी के बीजों का सेवन करें, या फिर अलसी के बीजों का पाउडर बनाकर रोजाना इसका सेवन करें।
अलसी का थोड़ा पाउडर लेकर उसे एक गिलास छाछ में मिला लें। इसे अच्छी प्रकार से मिलाने के बाद इसका सेवन करें। अलसी को आप अपने सब्जी में भी इस्तेमाल करें।
आंवला (Amla) -
रोजाना सुबह खाली पेट, एक चम्मच आँवला के रस में एक चम्मच एलोवेरा का रस मिलाकर इसका नियमित सेवन करने से कोलेस्ट्रॉल का लेवल घटाया जा सकता है। आँवला में विटामिन-सी और साइट्रिक एसिड उच्च मात्रा में पाया जाता है जो कि कोलेस्ट्रॉल को कम करने और नियंत्रण में बहुत महत्वपूर्ण है।
विटामिन सी (Vitamin C Helps to Reduce Cholesterol Level ) -
जितने भी विटामिन-सी और साइट्रिक एसिड युक्त फल हैं वह सभी कोलेस्ट्रॉल के रोगियों के लिए बहुत लाभदायक होते हैं जैसे- आँवला, अनार, नींबू, संतरा, मौसंबी आदि जो भी इस प्रकार के खट्टे अर्थात साइट्रिक एसिड युक्त फल और सब्जी हैं वह सभी आपके लिए अच्छे हैं। कोलेस्ट्रॉल पर नियंत्रण के लिए इन फलों का नियमित सेवन करें।
काला चना (Bengal Gram) -
काला चना अक्सर ही घरों में सब्जी के रूप में खाया जाता है। काले चने में विटामिन-ए,बी.सी,डी, कैल्शियम, फाइबर, आयरन, कार्बोहाइड्रेट, मैग्नीशियम और फास्फोरस जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं। जिन लोगों का कोलेस्ट्रॉल उच्च रहता है उन्हें काले चनों का सेवन करना चाहिए। रात को एक मुट्टी काले चने पानी में भिगोकर छोड़ दें और सुबह इन चनों को खाली पेट खाएं। साथ ही जिस पानी में चने भिगोये थे उसे फेंकें नहीं बल्कि उस पानी को भी पियें। इसके अलावा भूने चने खाना भी आपके लिए लाभदायक है।
किशमिश (Raisin Helps to Treat Cholesterol ) -
यदि आपको कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के लक्षण महसूस हो रहे हैं तो तुरंत जांच से इसका पता लगाएं और कोलेस्ट्रॉल कम करने के घरेलू उपाय अपनाएं. रात को पानी में 10 से 12 किशमिश और 6 से 7 बादाम भिगो कर रख दें। सुबह खाली पेट बादाम और किशमिश का सेवन करें इससे भी कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने में मदद मिलती है। कोलेस्ट्रॉल के मरीज इनका नियमित सेवन करें, ध्यान रहे कि अगर आपको शुगर है तो किशमिश का सेवन ना करें।
सरसों का तेल (Mustard Oil) -
हमारे भारतवर्ष में सबसे ज्यादा सरसों के तेल का इस्तेमाल किया जाता है परन्तु पिछले कुछ सालों में लोगों ने अन्य कई प्रकार के घी, रिफाइंड और अन्य ऑयली ऑयल का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है जिसकी वजह से लोगों में कोलेस्ट्रॉल बढ़ने की शिकायतें भी बढ़ने लगी हैं।
सरसों के तेल में मोनोअनसैचुरेटिड फैट और पॉली अनसैचुरेटिड फैटी एसिड भी बहुत उच्च मात्रा में पाया जाता है जो स्वास्थ्य की दृष्टि से बहुत लाभदायक होते है। अगर आपको कोलेस्ट्रॉल की समस्या है तो हमेशा सरसों के तेल का ही इस्तेमाल करें।
अर्जुन की छाल (Bark of Arjun Good for Reducing Cholesterol) -
अर्जुन के पेड़ की छाल को कई प्रकार के रोगों के इलाज में प्रयोग किया जाता है। अर्जुन की छाल आपको किराने की दुकान पर बाजार में आसानी से मिल जाएगी।
थोड़ी सी अर्जुन की छाल लेकर उसे एक गिलास पानी में डालें और इस पानी को गर्म करें। इसे तब तक गर्म करें, जब तक यह पानी उबलकर आधा न रह जाए। अब इसको ठंडा होने दें, ठंडा होने पर इस काढ़े को चाय की तरह पियें, यह कोलेस्ट्रॉल कम करने का एक कारगर घरेलू उपाय है।
डॉक्टर के पास कब जाना चाहिए (When to Contact a Doctor in Hindi)
इलाज ना कराने पर और लगातार अनदेखा करने से कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के ये लक्षण आगे चलकर गंभीर बीमारियों में तब्दील हो जाते हैं. इसलिए अगर घरेलू उपायों से कोलेस्ट्रॉल पर नियंत्रण ना हो रहा हो या कोई और गंभीर समस्या हो रही हो तो तुरंत नजदीकी डॉक्टर के पास जाकर इलाज कराएं. इस बात का ध्यान रखें कि अगर आपको कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के नाचे बताए लक्षणों में से कोई भी लक्षण नजर आ रहे हैं तो इसे अनदेखा ना करें.
- -एक्सरसाइज करने या ज्यादा न खाने के बावजूद भी लगातार वजन बढ़ना हाई कोलेस्ट्रॉल का ही संकेत है।
- -अगर थोड़ा-सा चलने पर भी सांस फूलने लगती है।
- -सामान्य रूप से बॉडी में अधिक थकान महसूस होना भी इस बात का संकेत है कि शरीर में कोलेस्ट्रॉल बढ़ा हुआ है। ऐसे में बिना देरी किए तुरन्त डॉक्टर से संपर्क करें।
- -जरूरत से ज्यादा पसीना आना या बहुत अधिक गर्मी लगने को नजरअंदाज न करें।
- -बिना ज्यादा भागदौड़ या कोई और काम किए आपके पैरों में लगातार दर्द रहना।
- -रोजाना सिरदर्द या मस्तिष्क में दर्द रहता है।
- -अगर ब्लड प्रेशर अधिक रहने लगे।
- -सीने में किसी भी प्रकार की असहजता हो या बेचैनी सी महसूस होने लगे।
- -दिल जोर-जोर से धड़कने पर भी आपको तुरंत डॉक्टर से चेकअप करवाना चाहिए।
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