गिलोय के 15 फ़ायदे , (Benefits of Giloy & its Medicinal Properties in Hindi)


प्रकृति ने हमें अनेक वरदान दिए हैं उन वरदानों में से एक वरदान गिलोय भी है।गिलोय आसानी से उगने वाली और आसानी से उपयोग में लाइ जा सकने वाली एक जड़ी बूटी है।इसे बहुत आसानी से उगाया जा सकता है।क्रोनिक और दर्दनाक रोग में यह बहुत ही प्रभावी है।गिलोय को अमृता नाम से भी जाना जाता है।गिलोय में रोग प्रतिरोध क्षमता को बढ़ाने के विशेष गुण पाए जाते हैं।इसमें भरपुर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट गुण भी पाई जाती हैं।गिलोय के सेवन से शरीर स्वस्थ व निरोगी बना रहता है तथा विभिन्न प्रकारों की खतरनाक बिमारियां होने का खतरा भी कम होता है। गिलोय बॉडी को टॉक्सिन फ्री करता है।गिलोय के सेवन से लिवर तथा किडनी के टॉक्सिन्स को निकला जा सकता है।
चलो अब जानते हैं कि किन-किन बीमारियों में हम गिलोय को किस प्रकार से ले सकते हैं और इसका लाभ उठा सकते हैं।

खून की कमी (Anemia)
अक्सर देखा गया है कि महिलाओं में खून की कमी पायी जाति है जिसकी वजह से महिलाओं को शारीरिक कमजोरी हो जाती है गिलोय का डेली यूज करने से बॉडी में ब्लड की मात्रा बढ़ने लगती है। गिलोय रक्त शोधन का भी कार्य करती है।
 दो से तीन चम्मच (10-15ml) गिलोय जूस  को शहद या पानी के साथ दिन में दो बार खाने से पहले लें।

अस्थमा का बेजोड़ इलाज (Cure Asthma)
अस्थमा एक प्रकार की बहुत ही खतरनाक बीमारी है जिसकी वजह से मरीज को अलग-अलग तरह की बिमारियो का सामना करना पड़ता है।जैसे सीने में जकड़न, सांस लेने में तकलीफ, ज्यादा खांसी , तेजी से सांस लेना l कभी-कभी ऐसी परिस्थति को काबू में लाना बहुत मुश्किल हो जाता है।अस्थमा को ठीक करने का सबसे आसन और असरदार इलाज है गिलोय।
अस्थमा से बचाव के लिए गिलोय चूर्ण में मुलेठी चूर्ण मिलाकर शहद के साथ दिन में दो बार इसका सेवन करें। यह मिश्रण सांसो से जुड़ी अन्य समस्याओं से आराम दिलाने में भी कारगर है।

ब्लड शुगर को नियंत्रित करें (Control blood sugar)
शरीर में ब्लड में पाए जाने वाली ब्लड शुगर की मात्रा अगर ज्यादा है तो गिलोय के रस की 20 मिलीलीटर मात्रा नियमित रूप से पीने से ब्लड शुगर की मात्रा भी कम होने लगती है।

उच्च रक्तचाप (High Blood Pressure)
अगर किसी का ब्लड प्रेशर बहुत ज्यादा रहता है तो गिलोय का रोजाना इस्तेमाल करना चाहिए।गिलोय के नियमित सेवन से ब्लड प्रेशर को कंट्रोल किया जा सकता है l

हिचकी (Hiccups)
आपके बहुत से ऐसे लोगों को देखा होगा जिनहें हिचकी बहुत ज्यादा आते हैं।अगर आपको हिचकी बहुत ज्यादा आते हैं तो आप सोंठ का मंथन और गिलोय का चूर्ण बराबर मात्रा में मिलाने सुन्घने से हिचकी आना बंद हो जाती है।

मोटापा (Obesity)
आजकल मोटापा बहुत ज्यादा लोगों को परेशान कर रहा है अगर आप भी मोटापे से परेशान हैं तो इस उपाय का इस्तेमाल जरूर करें  3 ग्राम गिलोय और 3 ग्राम त्रिफला चूर्ण को सुबह और शाम शहद के साथ चाटने से मोटापा कम हो जाता है।

खुजली (Itching)
हल्दी को गिलोय के पत्ते के रस के साथ पीसकर खुजली वाले अंगो पर लगाने और 3 चम्मच गिलोय का रस और 1 चम्मच शहद को मिलाकर सुबह और शाम  पीने से खुजली पूरी तरह से खतम हो जाती है।

आंखों की रोशनी में (Increase eyesight)
गिलोय हमारी आँखों का स्वास्थ्य बनाये रखने के लिये भी उपयोग किया जाता है।गिलोय हमारी आंखों की रोशनी को बढ़ाता है l गिलोय का सेवन करने से चश्मा के बिना भी बेहतर रूप से दिखने लगता है। गिलोय के कुछ पत्तों को पानी में उबाल कर पानी को ठंडा करके आंखों की पलकों पर रोज लगाने से काफी फ़ायदा मिलता है।

कान का मैल साफ करने के लिए (Ear Cleaning)
गिलोय को पानी में घिसकर और गुनगुना करके कान में दो-दो बूंद दिन में दो बार डालने से कान का मैल निकल जाता है और कान साफ ​​हो जाता है।

कब्ज़ (Constipation)
अगर आपको एसिडिटी या कब्ज जैसी समस्या रहती है तो आप गिलोय का पाउडर दो चम्मच गुड के साथ सेवन करें इससे कब्ज की समस्या ठीक हो जाती है।

हृदय मे दर्द (Heart Pain)
गिलोय और काली मिर्च  का पाउडर 10-10 ग्राम की मात्रा में मिलाकर रख ले इसमें से 3 ग्राम की मात्रा  हल्के गुनगुने पानी  से सेवन करे इससे हृदय दर्द में आराम मिलता है l 

जोड़ों का दर्द (Joint Pain)
गिलोय में एंटी-आर्थराइटिक गुण होते हैं। खासतौर पर जो लोग जोड़ों के दर्द से परेशान रहते हैं उनके लिए गिलोय का सेवन करना काफी फायदेमंद रहता है।  
गिलोय का 4 ग्राम पाउडर दूध के साथ दिन में दो से तीन बार लेने से जोड़ों का दर्द ठीक हो जाता है।

बुखार (Fever)
गिलोय 6 ग्राम, धनिया 6 ग्राम ,नीम की छल 6 ग्राम, पद्दख 6 ग्राम और लाल चंदन 6 ग्राम इन सब को मिला कर कड़ा बना लें।इस बने हुए काढ़ा को सुबह और शाम पीने से सभी प्रकारों के बुखार ठीक हो जाते हैं।

पेट दर्द (Stomach Pain)
अगर किसी के पेट में दर्द हो रहा हो तो गिलोय का रस 7 एमएल की मात्रा में शहद  के साथ मिला कर सुबह और शाम  में इस्तेमाल करें l इससे पेट का दर्द ठीक हो जाता है l 



अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. Hopenaturecure इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.



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