मरुआ के फायदे: मरुआ के पत्ते खाने से सेहत को मिलते हैं ये 5 फायदे

मरुआ एक औषधि जड़ी बूटी  है ।इसे  ज्यादातर  घरों में गमलों में उगाया जाता है. यह सुगंधित पौधा है जिसका प्रयोग कई तरिकों से किया जाता है, इसका पौधा लगाने से डेंगू ,मलेरिया मच्छर का खतरा कम हो जाता है l इन पत्तियों में पोटैशियम, कार्बोहाइड्रेट, डाइटरी फाइबर , प्रोटीन ,विटामिन सी और कैल्शियम काफी मात्रा में होता है।इसके अलावा यह आयरन, विटामिन बी6 और मैग्नीशियम का भी अच्छा स्रोत है।इसकी पत्तियों के प्रयोग से कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएँ दूर होती हैं।



मुंह की दुर्गंध दूर करें-
इसके पत्तियों को चबाने से मसूड़ों की समस्या और मुंह की बदबू दूर होती है।गले में खराश होने पर भी इन पत्तियों को पानी में उबालकर गरारा करने से फायदा मिलता है।

अपच की समस्या दूर करे-
मरुआ और अदरक की चटनी का सेवन करने से अपच की समस्या दूर होती है, साथ ही भूख भी बढ़ती है।

खांसी-जुकाम  में आराम-
मरुआ की पत्तियों का काढ़ा पीने से खांसी दूर होती है।गले में जमा बलगम भी आसनी से निकलता है।इसकी पत्तियों का काढ़ा बहुत असरदार होता है जिससे की सर्दी जुखाम में आराम मिलता है।

बच्चों के पेट में कीड़े-
मरुआ पेट के कीड़े कि  घरेलु दवा है।मरुआ की  पत्तीयो की चटनी खाने से पेट के कीड़े निकलते हैं।

सर दर्द में उपयोगी-
सर दर्द या माइग्रेन की शिकायत होने पर उसकी पत्तियों के रस की चार-चार बूंद दोनों नाक में डालने से राहत मिलती है।मरुआ की पत्तियों का पेस्ट माथे पर लगाने से सर दर्द या माइग्रेन में आराम मिलता है।

मरुआ की पत्तियों का सेवन सिमित मात्र में करने से कई स्वास्थ्य लाभ मिलते हैं। गर्भवती ,स्तनपान  करने वाली महिलाएँ और डायबिटिक लोग डॉक्टर की सलाह पर ही इसका सेवन करें।




अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. Hopenaturecure इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.


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